हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं आपके लिए फिर से एक नई प्यार की कहानी pyar ki kahani in hindi लेकर आया हु ए कहानी एक पति पत्नी नीलम और अनुज की है।जिनका प्यार समय के साथ बढ़ता जाता है। ये कहानी भी काल्पनिक है जिसका किसी से सम्बद्ध नही है तो चलिए शुरू करते है।
प्यार की शुरुआत प्यार की कहानी pyar ki kahani in hindi
नीलम और अनुज की शादी को अभी 2 महीने ही हुए थे लेकिन वो पति पत्नी की तरह नही रहते वो दोनो एक ही छत के नीचे दो अनजान लोगों की तरह ही रहते।
इसका कारण था उनकी अरेंज मैरिज अनुज किसी लड़की से प्यार करता था। लेकिन घर वालो के दबाव में आकर उसको नीलम से शादी करनी पड़ी लेकिन उसने नीलम को कभी अपनी पत्नी का दर्जा नही दिया।
नीलम अच्छे घर की लड़की थी और घर की मान मर्यादा के लिए वो चुप थी उसको भी पता चल गया था कि अनुज किसी और लड़की से प्यार करता है।
लेकिन उसने सोचा कि वो धीरे धीरे अनुज के दिल मे अपने लिए जगह बना ही लेगी।इसलिए उसकी किसी भी बात का वो बुरा नही मानती।
पता नही ये उसके संस्कार थे या फिर वो अनुज से प्यार करती थी जो कि वो उसकी किसी भी बात का बुरा नही मानती। रोज की तरह वो सुबह उठी उसने देखा कि अनुज को बहुत ज्यादा खांसी आ रही थी।
वो अनुज के पास गई और उसकी पीठ पर हाथ से रगड़ने लगी और उसके खांसी रुकने के बाद अनुज को पानी दिया। दरअसल उसको इतनी तेज खांसी आ रही थी कि खांसते हुए उसको उल्टियां भी हो गयी इसलिए नीलम ने अनुज को पानी दिया उसने कुल्ला किया और नहाने के लिए चला गया।
नहाने के बाद वो अपने ऑफिस चला गया।
नीलम भी अपने कामों में लग गयी शाम को जब अनुज घर वापिस लौट आया तब नीलम ने आते ही रोज की तरह उसको खाने के लिए पूछा और उसने रोज की तरह ही खाना खाने को मना कर दिया और कहा कि तुमको कितनी बार बताना पड़ेगा मुझे तुम्हारा बनाया खाना नही खाना।
मैं बाहर से ही कहा कर आ जाता हूँ।
दरअसल वो रोज ही उस लड़की के साथ जिससे वो प्यार करता था उसके साथ हॉटेल में ही खाना खा लेता था।
नीलम लेकिन फिर भी उसके लिए रोज खाना बनाती और रोज अनुज उसको इस बात के लिए डाँटता लेकिन नीलम उसकी किसी बात का बुरा नही मानती।
अनुज अपनी पूरी तन्ख्वाह के पैसे उस लड़की पर ही खर्च कर दिया करता था और नीलम को घर खर्च के लिए भी पैसे नही देता था लेकिन नीलम घर मे कुछ सिलाई का काम करती थी ।
जिससे वो घर और अपने कुछ खर्च निकाल लेती थी।
अगले दिन फिर से अनुज की खांसी की आवाज से नीलम उठी और देखा आज फिर से अनुज बुरी तरह से खांस रहा था आज तो खांसते हुए उसके मुंह से खून भी निकल आया।
ये देख कर नीलम डर गई लेकिन उसने अपनी हिम्मत नही छोड़ी वो अनुज को लेकर पास ही के अस्पताल में गयी डॉक्टरों ने उसकी रिपोर्ट निकलवाई और उनको पता चल गया के उसको ट्यूबरक्लोसिस है डॉक्टर ने कहा कि उनकी बीमारी सेकंड स्टेज तक पहुंच गई है।
इनका इलाज 6 महीने तक चलेगा लेकिन आपको इनकी दवा का पूरा ध्यान रखना होगा इनको समय पर दवा मिलनी जरूरी है।
अब वो घर आ गए डॉक्टर ने उनको दवा दी घर आने पर अनुज बिस्तर पर सो गया शाम को उसने कहा कि मैं बाहर जा रहा हूँ वो रोज बाहर अपनी प्रेमिका के साथ ही खाना खाता था ।
इसलिए वो हॉटेल में गया और अपनी प्रेमिका को बताया जो भी आज उसके साथ हुआ अनुज ने उसको बता दिया कि उसको सेकंड स्टेज की ट्यूबरक्लोसिस बीमारी है।इसका इलाज 6 महीने तक चलेगा।
अब इस बीमारी का नाम सुनते ही उसने अपना हाथ जो कि अनुज के हाथों में था वहां से हटा लिया और अनुज को कहा कि उसको कोई काम याद आ गया है और वो वहां से चली गयी ।
अनुज को कुछ समझ नही आया कि वो चली क्यों गयी क्या सच मे उसको घर पर कुछ कम था या वो मेरी बीमारी की वजह से मुझसे पिछा छुड़ाना चाहती थी।
फिर अनुज ने सोचा कि शायद सच मे उसको कोई काम ही होगा नही तो वो नही जाती। ये सोचकर उसने आज खाना नही खाया और घर चला गया।घर पर जाते ही रोज की तरह नीलम ने बड़े प्यार से अपने पति को कहा कि अजी खाना खा लीजिए।
आज अनुज ने सोचा कि नीलम मेरे लिए रोज खाना बनाती है और मैं रोज उसको बेइज्जत करता हूं लेकिन वो कभी बुरा नही मानती और फिर अगले दिन मेरे लिए खाना बनाती है और फिर बड़े प्यार से मुझे खाने के लिए पूछती है।
चलो आज इसका अपमान नही करूंगा और उसके साथ खाना खा लूंगा वैसे भूख भी लगी है मुझको।ये सोचकर उसने नीलम को कहा चलो खाना लगा दो ये सुनते ही नीलम के चेहरे पे जैसे कोई चमक सी आ गयी जैसे उसको कोई खजाना मिल गया हो ।
अनुज ने मन मे सोचा मैंने तो सिर्फ खाना लगाने को कहा उसमे ये इतनी खुश हो रही है।फिर दोनों ने खाना खाया और अनुज ने कहा कि तुमने खाना अच्छा बनाया है। पर ये मत समझना कि मैं रोज तुम्हारे साथ खाना खाऊंगा।
फिर नीलम ने अनुज को दवा दी और दोनो कुछ देर बाद सो गए।। सुबह फिर से अनुज को खांसी और खून की उल्टी हुई नीलम ने एक कपड़े से उसके मुह को पोंछा और अनुज को बिस्तर पर बैठा दिया।
अनुज को समझ नही आता कि वो उसकी इतनी सेवा क्यो करती है जबकि वो उसकी थोड़ी भी परवाह नही करता।
शाम को उसके फोन पर उसकी प्रेमिका का मैसेज आया कि वो 6 महीने के लिए अपने परिवार के साथ कहीं जा रही है।
ये सुनकर उसको थोड़ा अचंभा हुआ कि कल वो अचानक चली गयी और आज उसने कहा कि वो 6 महीने के लिए कहीं जा रही है।
कहीं वो मेरी बीमारी की वजह से तो मुझसे दूरी नही बना रही।
तभी नीलम आयी और खाने के लिए पूछा आज अनुज ने कहा आज से मैं हर शाम घर पर ही खाना खाऊंगा।
अब वो रोज घर पर ही खाना खाता नीलम को लगने लगा कि शायद यही अनुज के प्यार की शुरुआत है।
2 महीने बाद अनुज की हालत में थोड़ा सुधार होने लगा उसको भूख कम लगती थी लेकिन अब उसको अच्छी भूख लगती थी।उसकी खांसी में भी बहुत फर्क पड़ गया था।
आज से उसने ऑफिस जाना फिर से शुरू कर दिया। उसने ऑफिस से छुट्टी ले रखी थी।ऑफिस से आते वक्त उसको अपनी प्रेमिका दिखाई दी।वो किसी लड़के के साथ थी अनुज उसके पास गया और कहा कि ये कौन है?
उसकी प्रेमिका ने उसको जवाब दिया कि ये मेरा बॉयफ्रेंड है।तब अनुज ने कहा कि तुमने मुझे बताया क्यों नही की तुम्हारा बॉयफ्रेंड भी है। तुम मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकती हो तुम्हारा बॉयफ्रेंड होते हुए भी तुम मेरे साथ।
तब वो लड़की बोली कि तुम्हारी भी तो शादी हो चुकी है फिर भी तुमने मेरे साथ सम्बन्ध बनाये रखा था न।
अब मैं तुम्हारे साथ नही रह सकती क्योंकि तुमको बीमारी है अगर वो बीमारी मुझे लग गयी तो।
तब उसको अपनी पत्नी का बर्ताव याद आया कि कैसे उसने उसका मुह जो कि खून से भरा था उसको अपने हाथों से साफ किया उसको किसी बीमारी की परवाह नही थी कि मेरी बीमारी उसको लग जायेगी।
वो मुझसे सच्चा प्यार करती है।
वो भागता हुआ अपने घर गया और अपनी पत्नी से अपने किये सभी अपमानों के लिए उससे माफी मांगी और यहीं से उनके प्यार की शुरुआत हुई
आपको ये pyar ki kahani in hindi कैसी लगी कृपया कमेंट में बताए अगर आपको ये प्यार की कहानी अच्छी लगे तो शेयर भी करे धन्यवाद।