New Moral Story For Kids in Hindi 2023-The Prodigal Son

हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं आपके लिए bacchon ki kahani The Prodigal Son-New Moral Story For Kids in Hindi 2023. तो चलिए शुरू करते है।

The Prodigal Son-New Moral Story For Kids in Hindi 2023

एक बार जीवन बहुत दुखी होकर भगवान के मंदिर में सर पटक कर रो रहा था ।

क्योकि उसकी शादी को 10 साल हो गए लेकिन उसके कोई संतान नही हुई।

उसकी पत्नी भी उसके साथ थी उसका नाम माया था।

उसने अपने पति को समझाया कि जिसके नसीब में जो होता है उसको उतना ही मिलता है शायद हमारे नसीब में ही सन्तान का सुख नही है।

फिर वो दोनों घर चले गए ।

एक दिन जीवन के एक दोस्त ने उसको बताया कि आजकल तो साइंस बहुत आगे बढ़ गया है।

आजकल तो निसंतानता का भी इलाज संभव है।

अब वो उसकी सलाह पर डॉक्टर के पास चला गया।

डॉक्टर ने उसका और उसकी पत्नी के टेस्ट किये और रिपोर्ट के अनुसार उनका ट्रीटमेंट शुरू कर दिया।

उसका रिजेलट उनको एक दो साल में ही मिल गया।

अब माया भी प्रेग्नेंट हो चुकी थी।

उनके घर एक लड़के का जन्म हुआ उसका नाम कार्तिक रखा गया।

अब वो लड़का धीरे धीरे बड़ा होने लगा माँ बाप उसको अपनी जान से भी ज्यादा प्यार किया करते थे।

इसलिए अत्यधिक प्यार के कारण बच्चा बिगड़ने लगा।

जीवन बहुत अमीर था तो वो कार्तिक की हर इच्छा को पुरा किया करता था।

वो कार्तिक की हर गलती पर पर्दा डाल देते थे।

इस सब के कारण कार्तिक बहुत खर्चीला और अय्याश हो गया।

वो बुरे लोगो की संगत में पड़ गया था।

वो लोग उसको बहुत उल्टी सलाह देते और वो उनकी सलाह मान भी जाता।

एक दिन उन लोगो ने कहा कि येसारी प्रोपर्टी तुम अगर अपने नाम कर लो तो फिर तुम जितना चाहो उतना पैसा खर्च कर सकते हो।

उनकी इस गलत सलाह को मानकर एक दिन उसने धोखे से अपने पिता की सारी सम्पति अपने नाम पर कर ली और अपने माता पिता को घर से निकाल दिया।

जीवन और माया फिर से अकेले हो गए और वो अपने पुराने मकान में चले गए जहां से उन्होंने अपने जिंदगी की शुरुआत की थी।

कार्तिक के हाथ मे अब सारी प्रोपर्टी आ गयी थी तो वो अब और ज्यादा खर्चीला हो गया।

अब जो लोग उसके साथ थे उन लोगो ने भी कार्तिक के साथ धोखा किया और उससे अब कुछ अपने नाम करवा लिया और उसको घर से बाहर निकाल दिया।

अब उसको अपनी गलती का एहसास होने लगा कि उसने जो किया था उसका फल उसकव मिल गया।

उसको पता था कि ये सब उसके कर्मो का ही फल है जैसा उसने अपने माता पिता के साथ किया वैसा ही उसके साथ हुआ है।

अब उसके पास खाने के लिए भी पैसे नही थे।भूख से उसकी हालत खराब होने लगी तो वो भीख मांगने लग गया।

वो हर वक्त यही सोच रहा था कि काश उसको उसके माता पिता मिल जाये तो वो उनसे अपने किये गए बुरे कर्मो और दुर्व्यवहार के लिए उनसे माफी मांग ले।।

वो लोगो से काम भी मांगने जाता था कभी उसको काम मिलता था कभी नही मिलता।

एक बार एक आदमी ने उसको पहचान लिया और कहा कि तुम जीवन बाबू के बेटे हो न ।

तब कार्तिक बोला हां मैं उनका बेटा हूँ ।

तब उस आदमी ने कहा कि इस हिसाब से तो आप मेरे मालिक ही हुए वो भी मेरे मालिक थे।

मेरा नाम मनीष है। आज मैं जो कुछ हूँ उनकी ही वजह से हूँ वैसे आपकी ये हालत कैसे हुई और जीवन जी कहाँ है।

तब कार्तिक ने उसको सब बात बतायी और कहा कि वो उसके माता पिता को ढूढने में मदद करे और उसको कोई काम दे सके तो दे।

उस आदमी ने कार्तिक को काम पर रख लिया।

फिर वो अपना काम बहुत ईमानदारी से करने लगा ।

मनीष उससे खुश हुआ और कार्तिक को एक कपड़े की दुकान खुलवा दी और उसको एक मकान भी दे दिया ।अब कार्तिक उस दुकान का मालिक था।

अब उसको अपने माता पिता की बहुत याद आने लगी ।

एक दिन रास्ते मे चलते हुए उसका टकराव किसी के साथ हुआ वो कोई और नही उसके पिता थे।

कार्तिक ने जैसे ही उनको देखा वो उनके चरणों मे गिर गया और अपने किये हुए अपराधों की क्षमा मांगने लगा ।

पिता ने भी उसको अपने सीने से लगा लिया।फिर वो अपने माता पिता को अपने घर ले गया।

दोस्तो आपको आज की कहानी The Prodigal Son-New Moral Story For Kids in Hindi 2023 कैसी लगी कॉमेंट करे अगर आपको New Moral Story For Kids in Hindi अच्छी लगे तो शेयर भी करे धन्यवाद।

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