हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं आपके लिए एक नई कहानी “वो बरसात की रात”Thriller Story in Hindi- New Love story लेकर आया हूँ तो चलिए शुरू करते है।
Thriller Story in Hindi- New Love story वो बरसात की रात
मुम्बई के एक छोटे से फ्लेट में रहने वाली अंजू जो कि अपने गाँव से शहर पढ़ने के लिए आई थी।
लेकिन वो आज वहीं पर अकेले रहती है और जॉब कर रही है।
उसको अब अपने परिवार के बारे में कुछ भी मालूम नही की वो लोग कैसे है क्योंकि 4 साल से न तो वो अपने गांव गयी न कोई वहां से कोई आया।
आज 4 साल में उसने अपने माता पिता से बात तक नही की ।
लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ था कि अंजू को अपने गावँ जाना ही पड़ा।
दरअसल आज उसके गांव से एक चिट्ठी आयी थी जिसमे लिखा था कि तुम्हारे पापा की मृत्यु हो Gई है।
तो अंजू अपने ऑफिस से 15दिन की छुट्टी लेकर निकल पड़ी अपने गांव देसलपुर की और।
देसलपुर वैसे तो कहने में एक गांव था लेकिन उसको किसी भी हाईटेक सिटी से कम नही कहा जा सकता ।
वहां पर हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध थी वहां के स्कूलों में भी पढ़ाई नए टेक्नोलॉजी के बोर्ड्स थे।
जिसकी मदद से बच्चों को पढ़ने में बहुत आसानी होती थी।
उस गांव की उन्नति में सबसे बड़ा हाथ अंजू के पिता अजयसिंह का था।
अजयसिंह बहुत ही भले इंसान थे वो किसी कभी बुरा नही करते थे।
करना तो क्या है वो किसी के बारे में बुरा सोचते भी नही थे।
अंजू जब वहाँ पहुंची तो उसने अपने पिता की बॉडी को देखा।
उसके मन मे जो दर्द 4 सालों से था वो अब फुटकर उसकी आँखों से बाहर आने लगा।
पास ही में उसका भाई भी बैठा था अंजू से अब बर्दाश्त नही हो रहा था अब वो अपने भाई के गले लग कर भी बहुत रोई।
जब उसका मन हल्का हो गया तो उसने अपने भाई से पूछा कि ये सब कैसे हो गया।
तब उसका भाई बोला कि पता नही जब हम सुबह उठे तो देखा कि पिताजी अभी तक सोए हुए है जब मैंने उनको उठाना चाहा तो भी वो नही उठे।
मैने जल्दी से डॉक्टर को कॉल किया उन्होंने आते ही बता दिया कि उनकी डेथ हो गयी है।
अब अंजू से रह नही जा रहा था इसलिए उसने अपने पिता के चेहरे के कपड़े को हटाया ।अंजू ने जब अपने पिता का मुहं देखा तो उसको कुछ डाउट हुआ क्योकि वो एक पोस्टमार्टम एक्सपर्ट थी।
उनके चेहरे को देखते ही उसको पता चल गया कि उनकी साधारण मृत्यु नही हुई है ।
किसी ने दम घोटकर उनको मार डाला है अंजू ये सब सोच ही रही थी कि उसको एक जानी पहचानी सी आवाज सुनाई दी वो कोई और नही बल्कि ध्रुव था।
उसको देखते ही अंजू को चार साल पहले जो हुआ वो सब याद आने लगा ।
जब अंजू के पिता ने आगे की पढ़ाई के लिए अंजू को शहर भेजा तो उसने वहां से साइंस की पढ़ाई शुरू की ।
शहर में वो जहां रहती थी उसी के पास के फ्लैट में ध्रुव रहता था।
अब साथ मे फ्लेट होने के कारण दोनों में बातचीत होने लगी कुछ समय बाद दोनों की दोस्ती भी हो गयी ।
और दोस्ती को प्यार में बदलने में समय तो लगता ही नही।
एक दिन ध्रुव ने अपने प्यार का इजहार कर दिया और अंजू भी तो यही चाहती थी इसलिए उसने हाँ कर दी।
अंजू को पता था कि उसके पिता हमारी शादी के लिए नही मानेंगे तो उसने ध्रुव से कोर्ट मैरिज कर ली फिर उसके बाद अपने पिता को शहर बुलाकर बताया।
जब अजयसिंह को इस बारे में पता चला तो वो अपनी बेटी से बहुत नाराज हो गया और हो भी क्यों न उसने अपनी बेटी को पढ़ने के लिए शहर भेज था न कि शादी करने के लिए वो भी किसी अनजान से।
उसके इस फैसले से अजयसिंह बहुत नाराज हुए और अपनी बेटी को कभी न देखने का प्रण लेकर वो शहर से वापिस आ गए।
उसके बाद अजयसिंह ने अंजू से गिर कभी बात नही की ।
अब एक दो साल में ही अंजू की नोकरी लग गयी और ध्रुव भी एक डिटेक्टिव का असिस्टेंट बन गया ।
एक बार मुंबई में बहुत ही तेज बारिश हो रही थी तो अंजू हॉस्पिटल में ही फस गयी तब उसने ध्रुव को कॉल करके बताया कि तेज बारिश की वजह से वो शायद आज रात नही आ सकेगी ।
लेकिन कुछ समय बाद हॉस्पिटल के एक सहकर्मी ने उसको कहा कि मैं तुमको घर छोड़ दूंगा।
कुछ समय बाद अंजू घर पहुंच गई और उसने दरवाजा खटखटाया।
ध्रुव ने दरवाजा खोला और अंजू को देखकर उसके चेहरे पर अजीब सी घबराहट हो गयी जब वो बेडरूम की तरफ बढ़ने लगी तो ध्रुव न उसको रोकना चाहा।लेकिन अंजू नही रुकी और जब वो वहां गयी तो उसने देखा कि एक लड़की उसके बेड पर उसके ही कपड़े पहनकर सोई है।
अंजू को बहुत ही गुस्सा आया और अगले दिन उसने ध्रुव का घर छोड़ दिया और अपनी एक सहेली के घर रहने चली गयी ध्रुव ने उसको बहुत समझाना चाहा पर वो कुछ सुनने को तैयार नही थी।
आज 2 साल बाद जब उसने ध्रुव को देखा तो उसे लगा कि अब उसकी बात सुननी चाहिए कि उस रात क्या हुआ था।
ध्रुव ने उसको बताया की जब उसका फोन आया उसके कुछ देर बाद एक लड़की ने मेरा दरवाजा खटखटाया जब मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरी एक दोस्त थी जो पूरी तरह से भीगी हुई थी।
मैने उसको अंदर बुलाया और उसको कपड़े चेंज करने के लिए तुम्हारे कपड़े दिए और अपने बेडरूम में सुला दिया मैं बाहर सोफे पर सोया था।
लेकिन तुमने कभी मेरी पूरी बात नही सुनी और जल्द बाजी में फैसला ले लिया मुझसे दूर होने का ।
मैने तुमको बहुत फोन किये पर तुमने कभी मुझसे बात नही की।
फिर दोनों एकदूसरे के गले मिले और रोने लगे।
अंजू ने ध्रुव से अपने बर्ताव के लिए माफी मांगी और ध्रुव को अपने पिता की मृत्यु के बारे में बताया ।
फिर अंजू के कहने पर ध्रुव ने पुलिस को बुलाया और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया अंजू का शक सही निकला ।
अजयसिंह की मृत्यु अचानक नही हुई उनका दम घोटकर उनको मार गया था।
अब ध्रुव भी इन्वेस्टिगेशन में लग गया और उसने बहुत सबूत हासिल कर लिए और पुलिस को अभी सबूत दिए ।
दरअसल मुन्ना नाम का एक आदमी उस गांव में एक शराब की फैक्ट्री खोलना चाहता था।
लेकिन अजयसिंह ने उसको कभी ये परमिशन मिलने नही दी इसलिए उसने अजयसिंह को मरवा दिया।
फिर पिता के अंतिम संस्कार के कुछ दिनों बाद दोनों वहां से शहर चले गए।
अंजू ने ध्रुव को विश्वास दिलाया कि वो अब उसकी हर बात को सुनेगी।
फिर दोनों ने अपनी पूरी जिंदगी को बहुत अच्छे से एन्जॉय किया।
दोस्तो आपको हमारी ये कहानी New Thriller Story of Love in Hindi वो बरसात की रात कैसी लगी कॉमेंट करे अगर Thriller Story in Hindi- New Love story अच्छी लगे तो शेयर भी करे