भविष्य की दुनिया और सागर

अध्याय 4 किराए का घर
आज मैं फिर से कॉलेज में लेट हो गया और भागता हुआ अपनी क्लास की और जा रहा था कि अचानक से कोई मेरे सामने आ गया मैं बहुत तेजी में था और शायद वो भी हम दोनों टकराने ही वाले थे
कि हमने अपने आप को संभाला और तेजी से एक तरफ होकर अपने आप को टकराने से बचा लिया।
जब थोड़ा ठहरा तो देखा कि वो वही थी हां वही जो कल मेरे साथ ऑटो में आई थी। और जिसको देखकर मैने अपने होश खो दिए थे आज पहली बार मैंने उसकी आवाज सुनी उसने मध्यम आवाज में मुझे सॉरी कहा मैं तो मौका ही ढूंढ रहा था।
उससे बात करने का तो मैंने कहा कि नही गलती आपकी नही है मैं ही तेजी से जा रहा था सॉरी तो मुझे कहना चाहिए था। नही उसकी कोई जरूरत नही हम दोनों ही जल्दी में थे उसने कहा। मेरा नाम सागर है मैं आपकी ही क्लास में हूँ ।
अगर आपको कोई भी जरूरत हो तो आप मुझसे कह सकते हो मैंने कहा ।मेरा नाम गीत है मैं यहाँ पर अभी कुछ दिनों पहले ही शिफ्ट हुई हूँ
चलो जल्दी चलो देर हो रही है क्लास में चलते है उसने कहा।
मैंने हां में सिर हिलाया और हम दोनों साथ चल दिये।
क्लास में जाने के बाद मैं जय के पास बैठ गया और वो मेरी पीछे की सीट पर मंजू के साथ बैठ गयी।
एक दिन में ही वो और मंजू बेस्ट फ्रेंड्स बन गए।
कॉलेज खत्म हुआ और हम वापिस अपने घर की तरफ लौट रहे थे मैंने जय से कहा कि यार आज मुझे एक प्रॉब्लम आ गयी तब जय बोला क्या हो गया अब। यार तुम तो जानते हो मैं अपने चाचा चाची के घर पर रहता हूँ रोज चाची जी मुझको बहुत सुनाती है ।
रोज उनके ताने सुनकर मैं परेशान हो गया हूं और सोच रहा हूँ कि किराए पर कोई मकान ले लूँ।
अच्छा मकान तो ठीक है उसके लिए पैसे कहाँ से लाएगा जय बोला। अरे भाई यही तो प्रॉब्लम है इसलिए सोच रहा हूँ। कि कोई पार्ट टाइम जॉब कर लेता हूँ।
इसके लिए कोई जुगाड़ कर। तभी पीछे से एक प्यारी सी और मीठी सी आवाज में मुझे पुकारा।मैंने पीछे मुड़कर देखा तो वो गीत थी। उसने कहा तुमको पार्ट टाइम जॉब चाहिए। तब मैंने कहा तुमको कैसे पता चला उसने कहा मैने अभी अभी सुना।
तब मैंने कहा क्या तुम किसी को जानती हो जो मुझको जॉब दे सके।
गीत बोली हैं मेरे अंकल से मैं बात करूंगी शायद वो अपने ऑफिस में कोई काम दे दे।
उसके बाद उसने कहा कि तुम कल मुझे अपना रिज्यूम दे देना मैं उनको वो दिखा दूंगी फिर तुम्हारी योग्यता के अनुसार वो तुमको शायद कोई नोकरी दे दे।
उसके बाद हम अपने अपने घर चले गए।
अगले दिन कॉलेज के बाद मैं और गीत उसके अंकल के पास गए और उनको मेरा रिज्यूम दिया।अगले दिन से उन्होंने मुझे नोकरी पर रख लिया मैं कॉलेज के बाद सीधा ऑफिस चला जाता और वहां से अपने चाचा जी के घर।
उसके बाद मेरे किराए के घर की समस्या भी जय ने हाल कर दी उसने मेरे लिए एक सस्ता और बढ़िया घर ढूंढ लिया।जय ने बताया कि वो घर गीत के घर के पास में ही है।
और उसी ने मुझे उस घर के बारे में बताया है।
अगले दिन जब मैं कॉलेज गया तो गीत को इतनी मदद के लिए बहुत बहुत धन्यवाद दिया
उसने कहा कि दोस्ती में क्या सॉरी क्या थैंक्यू। मैने उससे कहा कि फिर भी तुम्हारा धन्यवाद करना चाहता हूं क्या मैं तुमको ट्रीट दे सकता हूँ तब गीत बोली ok ठीक है कॉलेज के बाद मुझे आइसक्रीम खिला देना।
फिर कॉलेज के बाद मैंने उसको आइसक्रीम खिलाई और फिर अपने ऑफिस चला गया। कुछ ही दिनों में हम दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त बन गए। मैं अब अपने किराए के घर मे ही शिफ्ट हो गया। अब हम दोनों साथ में एक ही रिक्शा से कॉलेज जाने लगे ।
लेकिन एक दिन बहुत कुछ बदल गया गीत रोज की तरह अपने घर से निकली मैं भी मेरे घर से निकला।
मैंने गीत को मेरे पास आने का इशारा किया और गीत मेरे घर के पास आने लगी तभी अचानक उसके सामने एक सफेद रंग की गाड़ी रुकी उसमे से दो आदमी निकले उन दोनों ने ब्लैक कलर के कपड़े पहने थे।
उन दोनों ने गीत को बेहोश किया और अपनी गाड़ी में डाल दिया।ये सब इतनी तेजी में हुआ कि मैं कुछ समझ ही नही पाया और वो उसको गाड़ी में बैठा कर ले गए।
मैने उनका पीछा किया लेकिन वो कर को बहुत तेजी से ले गए। कौन थे ये लोग और गीत को क्यों और कहाँ ले गए जानने के लिए पढ़ते रहिए कहानी भविष्य की दुनिया और सागर।