New family Story in Hindi Short to Read Online Free 2023 दूसरा परिवार

हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं लेकर आया हु एक और नई कहानी New family Story in Hindi Short to Read Online Free 2023 दूसरा परिवार तो चलिए शुरू करते है इसमें एक लड़की रेणु है जिसका किरदार मैं निभाउंगा

New family Story in Hindi Short to Read Online Free 2023 दूसरा परिवार

रेणु अपने परिवार के साथ बहुत खुश थी उसका छोटा सा परिवार था जिसमे तीन लोग थे।

एक उसके पिता दूसरी उसकी माँ और तीसरी वो खुद।

वो अपने पिता से बहुत प्यार करती है और उसके माता पिता भी उसकव अपनी जान से ज्यादा प्यार करते है।

लेकिन उसकी ये खुशी कुछ ही दिनों में जाने वाली थी।

एक दिन उसके घर की किसी ने बेल बजाई और उसी पल से रेणु की दुनिया ही बदल गयी।

पाप ने जब दरवाजा खोला तो बाहर एक लड़की खड़ी थी।

उसकी हालत बहुत खराब थी उसने मेरे पापा को देखते ही गले लगाया और बोली “पापा वो मम्मा” बस इतना बोलते ही बेहोश होगयी।

मुझे ये समझ नही आया कि उसने मेरे पापा को पापा क्यों कहा पापा ने डॉक्टर को बुलाया और डॉक्टर ने कहा कि कुछ नही है बस थकान की वजह से बेहोश हो गयी है

कुछ ही देर में इसको होश आया जाएगा ।

कुछ देर बाद जब उस लड़की को होश आया तो उसने फिर से मेरे पापा को पापा कहके बुलाया।

मेरे पापा ने पूछा कि क्या हुआ तुम्हारे साथ तब वो लड़की बोली पापा मम्मा को हार्टअटैक आया है।

वो लड़की बोली आप जल्दी चलिए उनको हॉस्पिटल में भर्ती करवाया है।

वैसे पापा ये लड़की कौन है ये सुनकर मेरे होश उड़ गए।

वो लड़की मेरे घर आकर मेरे पापा को अपना पापा कह रही है और पूछ रही है कि मैं कौन हूँ।

मैने भी कहा कि तुम कौन हो और मेरे पापा को अपना पापा क्यो कह रही हो।

वो लड़की बोली पापा कौन है ये लड़की और आप इसके घर मे क्या कर रहे है।

तभी मम्मी आ गयी और उसने सब कुछ देख सुन लिया।

लेकिन वो इस बारे में जानती थी इसलिए उन्होंने कुछ नही कहा।

तब मैंने कहा कि क्या कोई मुझे बताएगा कि ये सब क्या हो रहा है।

तब पापा ने कहा कि अब मुझे तुमको शायद सच बताना ही पड़ेगा।

मेरी और तुम्हारी मम्मी की love मैरिज थी हमने अपने घरवालों से बिना बताए ही शादी की थी।

अब तुम्हारी मम्मी माँ बनने वाली थी और वो हमारे बारे में अपने घरवालों को बताने के लिए ट्रैन से अपने गाँव जा रही थी।

तब उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया।

वो गाड़ी ब्रिज को तोड़कर नदी में जा समाई।

बस कुछ ही लोग उस हादसे में बच पाए।

कुछ के शव मिले किसी के नही मिले।

तुम्हारी मम्मी का भी शरीर जब नही मिला तो सबने उसको मृत मान लिया।

मैं डिप्रेशन में रहने लगा मैने अपनी शादी की बात अभी एक अपने घर वालो को नही बताई थी।

फिर पिताजी को हार्टअटैक आ गया और उन्होंने जल्द से जल्द मेरी शादी करने को कहा ।

मेरे सारे घरवालों ने मिलकर मेरी शादी करवा दी।

मेरी बात किसी ने नही सुनी।

मैंने पहली रात को ही राधा की माँ को सभी बात बता दी।

उसने कहा जो भी हुआ वो आपका बिता कल था और मैं आपका आज हूं।

फिर एक साल बाद राधा का जन्म हुआ ।

जिस हॉस्पिटल में राधा का जन्म हुआ उसी हॉस्पिटल में तुम्हारी माँ का एक साल से इलाज चल रहा था।

जब मैने तुम्हारी माँ को देखा तो मेरी खुशी का ठिकाना नही रहा।

लेकिन फिर राधा और राधा की माँ के बारे में सोचा तो मैं असमंजस में पड़ गया कि अब मैं क्या करूँ।

तुम्हारी मम्मी एक्सीडेंट के बाद से वहीं पर थी और तुम भी इस दुनिया मे आ चुकी थी।

मेरे जीवन मे दो खुशियां एक साथ आई थी।

लेकिन मैं इस दुविधा में था कि अब क्या करूँ तब मेरे दोस्त भगत ने कहा कि तुम दोनों को अलग अलग जगह पर रखो और काम के बहाने से कभी इधर कभी उधर रो ताकि दोनों का ध्यान रख सको।

फिर मैने ऐसे ही किया लेकिन इस तरह से रहना मेरे लिए कठिन हो रहा था।

तो मैंने दोनों को बुलाकर सारी सच्चाई बता दी।

दोनों ने एकसाथ रहने से मना कर दिया।

लेकिन दोनों मुझे अच्छे से जानती थी और मेरी सिचुएशन को भी समझती थी।

तो उन्होंने मुझे परेशान करने की बजाय एक सोलुशन दिया कि तुम एक महीने मेरे पास रहना और एक महीने दूसरे के।

लेकिन हमारी बेटियों को इस बारे में पता नही चलना चाहिए।

इसलिए मैंने तुम दोनों को कुछ नही बताया।

पिता की बात सुनकर रेणु और राधा दोनों पिता की सिचुएशन को समझ कर कहा की पिताजी हम आपकी दुविधा को समझ सकते है।

इसलिए आप परेशान मत होना हम आपके साथ है और आपसे उतना ही प्यार करते रहेंगे।

फिर वो सभी हॉस्पिटल में चले गए और रेणु ने अपनी दूसरी माँ को भी अपना लिया राधा ने भी ऐसा ही किया।

अब रेणु की दूसरी माँ अब बिल्कुल ठीक थी अब वो उनको छोटी माँ कहके बुलाती।

राधा भी अपनी दूसरी माँ को बड़ी माँ कहती थी

रेणु और राधा दोनों समझदार थी तो दोनों ने एडजेस्ट कर लिया और अपने दूसरे परिवार के साथ खुशी से रहने लगी।

उनको साथ मे रहने में थोड़ी दिक्कत तो होती लेकिन दोनों एडजेस्ट कर लिया करती ।

दोस्तो आपको मेरी ये New family Story in Hindi Short to Read Online Free 2023 दूसरा परिवार कैसी लगी कॉमेंट करे ।

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