My first novel मेरा पहला उपन्यास भविष्य की दुनिया और सागर अध्याय 1 पहली मुलाकात

भविष्य की दुनिया और सागर अध्याय 1

भविष्य की दुनिया और सागर by dhaliyabhai

दोस्तो आपका स्वागत है dhliyabhai पर और आज मै आपके लिए एक नया उपन्यास लिख रहा हूँ जिसका शीर्षक है भविष्य की दुनिया और सागर।

इसे आप मेरा पहला उपन्यास मान सकते हो अगर आपका स्पोट मिला तो मैं रोज इस उपन्यास का एक अध्याय लिखने की कोशिश करूंगा

दोस्तो हर किसी को अपने भविष्य की चिंता रहती है या फिर इस प्रकार भी कह सकते है कि हर कोई अपना भविष्य उज्ज्वल करना चाहता है सभी के मन मे अपने भविष्य के बारे में जानने की उत्सुकता रहती है।

इसलिए अपने भविष्य को जानने के लिए वो बहुत से जतन करते है जैसे किसी ज्योतिष के पास जाना या टेरो कार्ड रीडर के पास जाना या किसी अन्य व्यक्ति के पास जाना।

कभी कभी तो कोई ज्योतिष जब उनके भविष्य के बारे में अच्छी बातें बताता है

तो वो उसके उत्साह में अपने आज यानी वर्तमान को खराब कर लेता है और अगर कुछ बुरा होने की बात बताते है

तो भी हम उसकी चिंता में अपने वर्तमान को ही खराब कर लेते है जिससे हमारा भविष्य भी बुरा होता है।

इसलिए ये सोचने की बात है कि हम अपने भविष्य को जानकर भी अपना भविष्य सही नही कर सकते

बल्कि अपने वर्तमान के साथ खेलते है हमारी आज की कहानी इसी भविष्य की संभावनाओं पर आधारित है।
इस कहानी का एक पात्र है सागर। मैं इस कहानी में सागर का किरदार निभाउंगा। तो चलिए शुरू करते है।


पहला अध्याय पहली मुलाकात

मेरा नाम सागर है मैं बहुत ही शांत स्वभाव का लड़का हूँ मेरी  उम्र 21 साल है मेरा रंग थोड़ा सावला है

लेकिन नाक नक्श एकदम परफेक्ट है मेरी लम्बाई 5फुट 6इंच है। मेरी आंखों के नीचे एक तिल है मेरा बदन गठीला है और हो भी क्यों न मैं रोज एक्सरसाइज जो करता हूँ

लेकिन पता नही क्यों मुझे जिम जाना पसन्द नही है  मैं रोज योगासन किया करता हूँ जिससे मेरा बाहरी शरीर भी मजबूत होता है और मन भी।

मैं अपने गांव से पढ़ने के लिये मुम्बई आया हूँ। मैं यहाँ पर अपने चाचा के घर रहता हूँ लेकिन मेरी चाची को मेरा उनके घर मे रहना पसंद नही और पसन्द हो भी क्यो क्योकि मेरे वहां रहने से चाची जी का काम जो बढ़ गया

क्योकि शहर में ज्यादातर लोग सिर्फ अपने लिए ही जीते है मेरे वहां रहने को लेकर उन दोनों में रोज झगड़े हुआ करते है।
वैसे मेरी  तो पूरी दुनिया तब से बदल ही गयी जब से गीत मेरी जिंदगी में आई। 

मैं नया नया कॉलेज में लगा ही था और आज मेरा कॉलेज में तीसरा दिन था आज मैं कॉलेज के लिए लेट हो गया इसलिए मैं जल्दी से ऑटो पकड़ने के लिए सड़क के किनारे खड़ा हो गया वहीं कुछ दूर पर एक लड़की भी खड़ी थी

लेकिन मैंने उसपर ध्यान नही दिया उस दिन पता नही क्यों पर कोई भी ऑटो नही आ रहा था मैंने वहां पर कई देर तक इंतजार किया फिर मेरा इंतजार खत्म हो गया और वहाँ पर एक ऑटो मेरे पास आता दिखाई देने लगा मैं भाग कर उस ऑटो के अंदर बैठने लगा तो देखा कि वो लड़की भी दूसरी तरफ है और ऑटो में बैठने जा रही है

मैने उसको कहा कि ये ऑटो मैंने रोका है उसने कहा नही ये मैंने रोका है हम दोनों में थोड़ा झगड़ा से होने लगा क्योकि बहुत देर बाद ऑटो आया था

बाद में पता नही कब आये इसलिए हम दोनों में उस ऑटो में जाने की होड़ लग गई हमारे झगड़े को देखकर ऑटो वाले ने हमें कहा कि आपको जाना कहा है

हम दोनों ने एक साथ कहा jc कॉलेज अब ऑटो वाला बोला तो फिर झगड़ क्यों रहे हो जब एक जगह ही जाना है तो दोनों बैठ जाओ ।
उसके बाद हम दोनों उस ऑटो में बैठ गए वो लेफ्ट कोने में और मैं राइट कोने में चिपक कर बैठ गए और कुछ देर बाद हम कॉलेज पहुंच गए ऐसी थी गीत और मेरी पहली मुलाकात ।

दोस्तो आपको भविष्य की दुनिया का पहला अध्याय कैसा लगा कॉमेंट करे और अच्छा लगे तो शेयर भी करे।

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