Life Story In Hindi Read online For All Reader 2023 कर्ज का जाल।

हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ फिर से एक नई कहानी कर्ज का जाल Life Story In Hindi Read online For All Reader 2023 तो चलिए शुरू करते है।

Life Story In Hindi Read online For All Reader 2023 कर्ज का जाल

सुरेंद्र का परिवार बहुत खुशी से अपना जीवन बिता रहे था पर आगे क्या होने वाला था उस सब से अनजान सुरेंद्र बहुत ही अच्छी लाइफ स्टाइल अपने परिवार को देना चाह रहा था।

सुरेंद्र पटियाला में रहता उसके परिवार में उसका एक बड़ा भाई सूरज उसकी माता जानकी उसकी बहन सुनीता और उसकी पत्नी उषा थी।

उनका कपड़े बनाने का छोटा सा कारखाना था। जिसमे वो सभी घरवाले ही मिलकर काम किया करते थे।

रोज वो 2000 रु का काम कर दिया करते थे उनका काम इतना अच्छा चल रहा था कि वो हफ्ते में एक बार होटल में खाना खाने जाते थे।

लेकिन किसी कारण से उनको पटियाला छोड़ना पड़ा और अपने गांव में वापिस आना पड़ा।

सुरेंद्र और उसकी पत्नी के बीच थोड़ा मन मुटाव रहने लगा।

उषा और जानकी के बीच भी अब नही बन रही थी।

कुछ समय बाद उषा और सुरेंद्र का तलाक हो गया।

तब तक स्तिथि ठीक थी कुछ समय बाद सुरेंद्र ने पुनर्विवाह कर लिया।

उसका काम अभी भी ठीक था उसकी नई पत्नी कारखाने में काम नही करवाती।

वो सिर्फ घर का काम करती थी।

सुरेंद्र ने अपने गांव का घर बनवाने के लिये कुछ पैसे उधार लिए उसके मकान बनाने में लगभग 7 लाख रुपये लगे थे जिसमें से उसने सिर्फ एक लाख रुपये ही कर्ज लिया था।

अब उसको हर महीने घर खर्च भी चलाना था और 3000 रु ब्याज भी देना था।

उसकी आय अब कम हो गयी थी क्योकि उसका बड़ा भाई उससे अलग हो गया था ।

उसकी बहन की भी शादी हो गयी वो अपने ससुराल चली गयी।

उसकी पत्नी कारखाने में काम करती नही थी ।

उसकी आय अब घटकर सिर्फ आठ सौ रुपये रह गयी।

उसने 1 लाख रुपये चुकाने के लिए 2 लाख का लोन लिया लेकिन उसको क्या पता था कि ये उसकी सबसे बड़ी भूल थी।

उसने लोन तो ले लिया लेकिन उसको चुकाने के लिए उसके पास कोई साधन नही था।

सुरेंद्र ने लोन में से 50 हजार रुपये निकले और उस एक लाख के कर्जदार को दिए।

अब उस पर कर्ज 3 लाख पचास हजार रुपये रह गया।

3 लाख तो लोन के और 50 हजार ब्याज वाले ।

उसको अब महीने के 10 हजार अलग से निकालने पड़ते है।

लेकिन उसकी इनकम इतनी नही थी कि वो लोन की किश्त भी भर पाए लोन के बचे हुए बाकी डेड लाख रुपये उसने किश्त में ही भर दिए।

और बाकी किश्तों के लिए अब और पैसे ब्याज पर ले लिए लगभग उसने 50 से 60 हजार रुपये और ब्याज पर ले लिए।

अब उस का भी महीने का ब्याज शुरू हो गया।

ऐसे ही समय बीतता गया और सुरेंद्र और कर्ज में डूबता गया।

फिर वो अपनी बहन से मिलने उसके ससुराल गया तो वहां पर उसने देखा कि एक नई मशीन आयी है जो कम्प्यूटर से चलती है।

लोग अकेले काम करके भी उससे 3 से 4 हजार रुपये रोज कमा रहे है।

उसने अपने भाई से सलाह ली तो उसने कहा कि तुम पहले से ही कर्जे में हो और अब उस मशीन के लिए और कर्ज पड़ेगा।

ऊपर से तुमको वो मशीन आती भी नही है सुरेंद्र बोला कि वो मशीन हमारा भांजा चला लेगा उसको थोड़ा बहुत कम्प्यूटर का ज्ञान है।

उसके भी ने कहा जैसी तुम्हारी मर्जी हो वैसा ही करो।

उसके बाद अब उसने और 3 लाख का लोन लेने की try किया लेकिन वो लोन ले नही पा रहा था।

फिर उसने कैसे भी करके लोन ले लिया लेकिन अब उसको वो मशीन लेनी थी।

उसके भांजे ने कहा कि उसकी पढ़ाई शुरू हो गयी है इसलिए वो काम नही कर पायेगा।

ये सुनते ही सुरेंद्र टूट गया उसने कहा अब मशीन लेकर भी कोई फायदा नही उसको मशीन चलानी आती नही ।

उसने फिर कुछ नही करने का फैसला किया।

उसके भाई ने सलाह दी कि वो पैसे लोन वालो को वापिस भर दे तो उस पर कर्ज का बोझ नही बढ़ेगा लेकिन उसको लगा कि वो उस लोन से सभी किश्तों को भर देगा।

लगभग 10 महीने बाद उसके लोन सारे पैसे खत्म हो गए।

क्योकि उसको लगभग 30 हजार रुपये महीने के किश्तों और ब्याज के भरने पड़ते थे।

अब उसकी मुसीबते बढ़ने वाली थी।

वैसे वो पहले वाला लोन पूरा हो गया था और साथ मे कुछ और छोटे लोन जो उसने ले रखे थे वो भी खत्म हो गए।

अब उसको 15 हजार रुपये महीने के निकाल्ने थे।

इस तरह वो और कर्ज के जाल में इस तरह फंस गया कि उससे उसका निकलना नामुमकिन हो गया।

इसलिए कर्ज उतना उठाओ जितनी उसे भरने की क्षमता हो अपनी क्षमता से ज्यादा उठाया हुआ कर्ज पूरी जिंदगी बर्बाद कर सकता है।

दोस्तो आपको हमारी कहानी कर्ज का जाल Life Story In Hindi Read online For All Reader 2023 कैसी लगी कॉमेंट करे।

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