सबसे बड़ा जादूगर पार्ट 4-जादुई नक्शा- top new हिंदी में कहानी

हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं फिर से आपके लिए लेकर आया हु।सबसे बड़ा जादूगर का पार्ट 4 जादुई नक्शा हिंदी कहानी पिछले पार्ट में अक्षर के पिता उसको बूढ़े पाशा के पास ले जाते है बूढ़े पाशा बताता है कि अक्षर और वंदना दोनो दूसरी जादुई दुनिया से आये है और उस जादूगर का बेटा और उसके दोस्त की बेटी जादूगर भचाल के कब्जे में हैं। अब आगे की कहानी।

सबसे बड़ा जादूगर जादुई नक्शा हिंदी कहानी-जादुई दुनिया

अब अक्षर और वंदना को पता चल गया था कि वो किसी दूसरी दुनिया मे आ चुके है और ये जादुई दुनिया है।

उसके बाद बूढा पाशा उनको बताता है कि ये दोनों इस जादुई दुनिया को बचाने आये है।

इसपर अक्षर कहता है कि हम कैसे इस जादुई दुनिया को बचा सकते है हमे तो कोई जादू भी नही आता।

तब बूढा पाशा बोलता है कि तुम इस दुनिया मे इसीलिए आये हो तुम ही वो दो बच्चे हो जो जादूगर मनुज को आजाद करोगे और वो ही तुमको इस दुनिया का सबसे बड़ा जादूगर बनाएंगे जब तुम रुद्र को हरा दोगे।

उसके बाद वो तुमको तुम्हारे दुनिया मे भेज देंगे।
लेकिन सबसे पहले तुमको जादूगर भचाल को हराकर तुम्हारे इस दुनिया के रूपो को बचाना है।

तब अक्षर के पिता ने पूछा कि भचाल ने मेरे बेटे को ही क्यों कैद किया है।

तब पाशा ने कहा शायद उसने भविष्य देख लिया होगा कि उसकी मौत अक्षर के हाथ से होगी लेकिन उसको ये नही पता कि वो अक्षर दूसरी दुनिया का है।

लेकिन उसने वंदना को क्यो पकड़ा है अक्षर के पिता ने कहा।
भविष्य में वंदना ने भी उसको मारने में मदद की होगी वंदना के बिना अक्षर सबसे बड़ा जादूगर नही बन सकता वो हर पल उसका साथ देगी और मदद करेगी।

वंदना की मदद से ही वो जादूगर भचाल को हर सकेगा।
अब हमें अपने बच्चों को बचाने के लिए क्या करना चाहिए।

तब पाशा ने कहा कि सबसे पहले इनको जादूगर सिकन्दर की तलवार चाहिए जिससे ये जादूगर भचाल को खत्म कर सके और उस तलवार को पाना आसान नही है।

जादूगर सिकन्दर ने उस तलवार को चार हिस्सो में बांट दिया था और अलग अलग जगह पर छिपा दिया था।
उस तलवार को तैयार करने के लिए उसके चारो हिस्सो को एक साथ लाना होगा।

लेकिन हम उस तलवार के हिस्सों को ढूंढेंगे कहाँ तब बूढ़े पाशा ने कहा कि उस जादूई तलवार को तूम एक नक्शे की मदद से ढूंढ सकते हो और वो जादुई तलवार का नक्शा तुमको भरदोस के जंगलों में नियांन कबीले के सरदार के पास मिलेगा।

पाशा ने उनको एक एक ताबीज दिया और कहा कि कोई भी बुरी शक्ति इस ताबीज की वजह से तुम्हारे पास भी नही आ पाएगी।

बूढ़े पाशा ने उनको एक पोटली दी और कहा कि अगर जंगल मे कोई खतरनाक जीव से तुम्हारा सामना हो तो ये पोटली उससे भी तुमको बचाएगी।

इसके बाद वो सभी वहां से चले जाते है अक्षर के पिता उसको उड़ने वाली चटाई और गायब होने वाले दो चोगे देते है जिसको ओढ़कर वो किसी को भी नजर नही आएंगे।

उसके बाद अक्षर के पिता उन दोनों के साथ वहां से उड़कर जंगल की और जाने लगते है और अपने दोस्त वंदना के पिता को कहते है कि तुम घर पर रहो और दोनो का ध्यान रखना।

मैं अपने चारों बच्चों को साथ लेकर ही आऊंगा।अब वो भरदोस के जंगलों में पहुंच जाते है।

अक्षर के पिता उनको कहते है कि तुम अपना अदृश्य चोगा पहन लो और मेरे पीछे पीछे आओ तो वो ऐसा ही करते है ।

वो जंगल मे आगे बढ़ते रहते है।तभी उनके सामने एक जीव आता है वो जीव आधा इंसान और आधा भेडिया होता है

ऐसी चीज वंदना और अक्षर ने कभी नही देखी थी। उसको देखकर वो डर गए और जोर जोर से चिल्लाने लगे।

लेकिन अक्षर के पिता ने अपनी जादू की छड़ी निकाली और एक मंत्र बोला लेकिन उस जंगल मे उनका कोई भी जादू काम नहीं कर रहा था।

तब अक्षर और वंदना के तो पसीने छूट गए वो बहुत ज्यादा डर गए थे।

लेकिन तभी वंदना को याद आया कि बूढ़े पाशा ने उनको एक पोटली दी थी।

उसने वो पोटली निकाली और उसमें हाथ डाला तो उस जादुई पोटली में से एक काला सेब निकला।

इससे पहले के वो भेडिया उन पर हमला करता वंदना ने हिम्मत दिखाते हुए अपना जादुई चोगा उतारा और वो काला सेब उस भेड़िये की तरफ किया।

वो इंसानी भेड़िये वो सेब देखते ही शांत हो गया। उसको काला सेब बहुत पसंद होता है। वो उस सेब को खाते ही शांत हो जाता है और वंदना को बोलता है कि मुझे पता चल गया है कि तुम मुझे अपना दोस्त बनाना चाहते हो।

इसलिए तुमने मुझे ये मेरी पसंदीदा काला सेब दिया है।अबसे तुम मेरे दोस्त हो बताओ तुम इस जंगल मे क्या करने आये हो तब अक्षर ने भी अपना जादुई चोगा निकाला और बोला कि हम यहां पर एक नक्शा ढूंढने आये है।

जिससे हमें जादूगर सिकन्दर की तलवार के हिस्से मिल सके और उनको जोड़कर हम जादूगर भचाल का सामना कर सके उसने हमारे दूसरे रूपों को कैद कर रखा है।

अक्षर ने इस तरह से सारी कहानी शुरू से बताई। उसके बाद वो इंसानी भेडिया बोला मैं तुमको नियांन कबीले में ले जाऊंगा। वो इंसानी भेडिया उनको नियांन कबीले के सरदार के पास ले गया जो कि कुछ तंत्र विद्या करने न व्यस्त थे।

वैसे तो वो कबीले वाले बहुत ही शांतिप्रिय थे लेकिन जरूरत पड़ने पर वो अपनी जान देने से भी पीछे नही हटते थे ।

और अगर अपने कबीले को बचाने के लिये अगर किसी की जान लेनी पड़े तो भी वो पीछे नही हटते थे।

उस कबीले के सरदार को उस इंसानी भेड़िये ने सारी बात बताई वो भेडिया और कबीले के सरदार में भी काफी मित्रता थी और वो भेडिया उस कबीले की रक्षा में ही हर वक्त रहता था और अगर कोई खतरा उसको कबीले की तरफ आता दिखता था।

तो वो उनको डरा कर वहां से भगा देता था। उसकी बात सुनकर नियांन कबीले के सरदार ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमको ये नक्शा देते हुए कहा था कि तुम इस नक्शे की रखवाली करना और जब दूसरी दुनिया से दो बच्चे तुम्हारे पास ये नक्शा लेंने आये तो उनको ये नक्शा और ये जादुई भस्म दे देना।

उस कबीले के सरदार ने ये भी बताया कि जैसे जैसे तुम तलवार के हिस्से पाते जाओगे वैसे वैसे तुम्हारा सफर और भी कठिन होता जाएगा अपना ध्यान रखना।

तो दोस्तो आज का हमारा अध्याय यहीं पर खत्म करता हु क्या अक्षर और वंदना उन सारे हिस्सो को ढूंढ पाएंगे जानने के लिए पढ़ते रहे सबसे बड़ा जादूगर धन्यवाद।






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