सबसे बड़ा जादूगर जादुई गुफा

हेलो दोस्तों आपका स्वागत है dhaliyabhai पर और आज मैं आपके लिए फिर से लेकर आया हूं सबसे बड़ा जादूगर पार्ट 5 दोस्तों पिछले भाग में हमने पढ़ा की अक्षर और वंदना दोनों अक्षर के पिता के साथ जंगल में गए थे नक्षा ढूंढने के लिए लेकिन रास्ते में उनको एक नर भेड़िया मिला जो बाद में उनके साथ हो गया और उनको नियान कबीले मैं ले गया और उनसे वह नक्शा अक्षर और वंदना को दिलवाया अब आगे की कहानी।

सबसे बड़ा जादूगर जादुई गुफा

नक्शा मिलने के बाद अक्षर ने उस नक्शे को खोला और उनको उनके नाम के साथ फुटप्रिंट भी दिखाई देने लगे और उनके पहला डेस्टिनेशन जहां पर उनको उस तलवार का पहला हिस्सा मिलता वहां तक जाने का रास्ता मिला ।

लेकिन वहां पर जाना आसान नहीं था क्योंकि उसके लिए उनकों एक जादुई गुफा के रास्ते जाना था।जहां पर जादुई चटाई की मदद से जाना संभव न था।

इसलिए उन्होंने वह उड़ने वाली जादुई चटाई अपने इस दुनिया के अक्षर के पिता को दे दी और आगे का सफर अकेले ही तय करने का निश्चय किया।

लेकिन उस नर भेड़िये ने कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगा और अक्षर के पिता को यह विश्वास दिलाया कि वह उनकी रक्षा करेगा।उनके लिए भले ही उन्हें उनकी जान देनी पड़ जाए।

इसके बाद वह तीनों वहां से अपने आगे का सफर पैदल ही तय करने के लिए चल पड़ते हैं चलते चलते हैं रास्ते में उनको भूख लगती है तब अक्षर को वंदना कहती है।

मुझको भूख लग रही है तब वह नरभेडिया बोलता है कि तुम दोनों यहीं बैठो मैं तुम्हारे लिए अभी कुछ भोजन का प्रबंध करता हूं।

उसके बाद वह उन दोनों को एक पेड़ के नीचे बैठा कर खुद उनके लिए कुछ भोजन ढूंढने के लिए चला जाता है।भूख के मारे वंदना की जान निकल रही थी क्योंकि उन दोनों ने काफी समय से खाना नहीं खाया था।

अक्षर वन्दना को कह रहा था कि कुछ समय इंतजार करो वह नरभेडिया अभी आता होगा हमारे लिए कुछ खाने के लिए लेने के लिए गया है।

तब वंदना ने देखा कि सामने से कुछ लोग उनकी तरफ बढ़ रहे थे। जब वह लोग उनके एकदम पास आ गए तो उन्होंने देखा की वह नरभेडिया भी उनके साथ ही था जो उनको लेकर आया था।

उन सब लोगों के हाथ में बहुत सारे खाने के व्यंजन में थे।वह भी किसी दूसरे कबीले से थे नियान कबीले की तरह वह भी शांतिप्रिय और अच्छे लोग थे ।

उस नर भेड़िए ने उनको बताया कि दो बच्चे भूखे हैं और उनके लिए खाना चाहिए तो वह सभी तरह-तरह के व्यंजन उनके लिए लेकर उनके पास आए।

वंदना व अक्षर ने कभी ऐसे खाने की चीजें नहीं देखी थी लेकिन जब उन्होंने उसको खाया तो उनको बहुत स्वादिष्ट लगा।

उन दोनों ने पेट भर के भोजन किया और उन कबिले वालों का शुक्रिया अदा किया इसके बाद उन्होंने उन कबिले वालों से उस जादुई गुफा के बारे में पूछा जिसमें तलवार का पहला हिस्सा रखा हुआ था

उन कबीले वालों ने बताया कि वह जादुई गुफा बहुत ही खतरनाक है

हम भी आज तक उस जादुई गुफा के पास जाने से डरते हैं क्योंकि जो भी उस जादुई गुफा के अंदर जाता है वह लौटकर कभी वापस नहीं आता।

इस वजह से हमने उस जादुई गुफा को बंद कर दिया ताकि कोई भी उसके अंदर ना जा पाए लेकिन अक्षय ने कहा हमारा उस जादुई गुफा में जाना बहुत जरूरी है क्योंकि जब तक हम उस तलवार के चारो हिस्सो को ढूंढ कर वह जादुई तलवार जोकि जादूगर सिकंदर की थी।

उसको नहीं बना लेते कब तक हम जादूगर भचाल का सामना नहीं कर सकते इसलिए हमको उस जादुई गुफा के अंदर जाना ही होगा ताकि हम उस जादुई तलवार का एक हिस्सा ढूंढ सके।

तब उस कबीले के सरदार ने कहां की ठीक है अगर तुम जाना ही चाहते हो तो जा सकते हो इसके बाद वह लोग उन तीनों को उस जादुई गुफा के सामने ले गए।

इस जादुई गुफा के अंदर जो एक बार चला जाता है वह कभी वापस नहीं आता इसलिए उन्होंने उनको फिर से रोकने की कोशिश की ।

लेकिन अक्षर अपनी बात पर अडिग था उसने कहा की इस पर कई जिंदगी है निर्भर है हमें वह तलवार बनानी ही होगी।

हमें वह जादुई तलवार के सारे हिस्से ढूंढ कर वह जादुई तलवार बनानी होगी ।

इसके बाद वह कबीले वाले उस जादुई गुफा का मुंह जो बंद कर रखा था वह खोल देते हैं ।

अक्षर और वंदना उस नर भेड़िये के साथ उस जादुई गुफा के अंदर चले जाते हैं ।

अंदर जाने पर उनको बहुत ही अंधेरा नजर आता है वह तीनों भी एक दूसरे को देख नहीं पा रहे थे इसलिए वंदना और अक्षर दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ लिया और आगे चलने लगे।

उनको सामने एक छोटी सी रोशनी के जैसे कुछ दिखाई दे रहा था वह लोग उस रोशनी की तरफ बढ़ने लगे।

अक्षर ने उस नर भेड़िए को कहां की उस रोशनी की तरफ भी चलो शायद वहां पर इस जादुई गुफा से बाहर जाने का रास्ता हो।

जहां पर उस जादुई तलवार का वह हिस्सा हमको मिल सके फिर वह चलते रहते हैं।

बहुत देर तक चलने के बाद भी वह उस रोशनी तक पहुंच नहीं पा रहे थे।

वंदना ने कहां अक्षर हम कितनी देर से चल रहे हैं लेकिन उस रोशनी तक पहुंच नहीं पा रहे हैं ।

शायद अंधेरे की वजह से हमको उसकी दूरी का सही अंदाजा नहीं लग रहा तभी उसने उस पोटली में हाथ डाला और मन में सोचा शायद इस अंधेरे को दूर करने का कुछ रास्ता मिल जाए ।

जैसे उसने उस पोटली से हाथ निकाला तो उसके हाथ में एक तेज चमकदार बोल थी जो उसके हाथों से छूट कर थोड़ी ऊपर उड़ गई।

उस बोल की वजह से वह जादुई गुफा में रोशनी हो गई रोशनी होने पर उन्होंने देखा कि वहां पर बहुत सारे लोग थे

यह सब लोग वही थे जिनके बारे में उस कबीले के सरदार ने बताया था की जो भी उस जादुई गुफा में जाता है वह कभी वापस नहीं आता।

अब जब रोशनी हो चुकी थी तब उस नर भेड़िये ने वंदना से कहा कि यह लोग बहुत दिनों से भूखे हैं पर मरे नहीं ऐसा कैसे हो सकता है कि इतने समय तक भूखे प्यासे रहने पर भी इन लोगों की मृत्यु नहीं हुई और यहां तक की कबीले के सरदार ने भी उस जादुई गुफा का मुंह बंद कर रखा था ।

शायद इस जादुई गुफा में कुछ ऐसी शक्ति है जिसके कारण यहां पर लोग कैद हो जाते हैं पर उनकी मृत्यु नहीं होती।

वंदना ने मन में सोचा कि मैंने दो बार इस जादुई झोले से अपनी जरूरत के हिसाब से चीजें मांगी तब तब इस जादे पोटली जादुई पोटली में से काम की चीजें मुझे प्राप्त हुई।

इसका मतलब यह है की अगर मैं इससे कुछ और खाने के लिए मांगो तो शायद वह भी मुझको प्राप्त हो जाएगा।

इसके बाद वंदना ने कुछ जादुई पोटली से कहां मुझे इन सबके खाने के लिए कुछ दो उसके बाद उस पोटली में से बहुत सारे खाने के लिए फल निकलने लगे यह देख कर वंदना बहुत खुश हुई और अक्षर भी।

आप सब लोग वह फल खाने लगे जो उस जादुई पोटली मेरे से निकला था। वह फल खाते हैं उन लोगों में बहुत एनर्जी आ गई।

जादुई भेड़िए और वंदना और अक्षर ने भी वह जादुई फल खाए उनको भी वह फल खाते हैं अपने शरीर में बहुत ऊर्जा का अनुभव हुआ।

इसके बाद उन तीनों ने बाकी सब लोगों को जादुई गुफा से बाहर जाने के लिए कहा क्योंकि रोशनी हो गई थी इसके बाद सभी लोग उस जादुई गुफा से बाहर निकल गए लेकिन एक 17-18 साल का लड़का वही उनके साथ रुक गया।

उसने कहा की तुम लोगों ने हमारी बहुत मदद की इसलिए मैं अब तुम्हारी मदद करूंगा अक्षर बोला तुम हमारी क्या मदद कर सकते हो।

तब वह लड़का जिसका नाम एकलव्य था उसने कहा की मैं जानता हूं की तुम लोग यहां पर उस जादुई तलवार के एक हिस्से के लिए आए हो और मैं जानता हूं की वह तुमको किस प्रकार मिलेगा।

इसके बाद वह लड़का बोलता है की तुमको आगे मेरी जरूरत पड़ेगी वह अपनी छड़ी निकालता है और उससे एक मंत्र बोलता है।

जिससे वहां पर एक छोटा सा खरगोश प्रकट हो जाता है वह लड़का बोलता है कि यह खरगोश हमको हमारी मंजिल तक ले जाएगा यह कोई ऐसा वैसा खरगोश नहीं है यह जादुई खरगोश है ।

जो मुझे मेरे गुरु ने दिया था और कहा था की तुम्हें यह खरगोश किसी भी मंजिल तक पहुंचा देगा जहां तुम जाना चाहते हो।

इसलिए मैं भी उसी तलवार के हिस्से के लिए यहां आया था।बहुत से लोग है जो कि उस तलवार को पाना चाहते हैं। वो सब लोग जो कि इस जादुई गुफा में थे वो सभी उस तलवार के लिए ही आये थे।

उसके बाद वह चारों उस रोशनी की तरफ बढ़ते रहते हैं जिस तरफ वह जादुई खरगोश जा रहा था। अभी भी उनको उस जादुई गुफा के दूसरे छोर तक पहुंचने में बहुत समय लग रहा था।


लेकिन बहुत समय के बाद वो लोग उस जादुई गुफा के दूसरे छोर से बाहर निकल गए और फिर वहां से एक और जादुई जंगल मे पहुंच गए ।

वहां पर पहुंचते ही उनके सामने एक दलदल दिखाई दे रही थी और उस तलवार का हिस्सा उसी दलदल में था।
वो नक्शा भी यही बता रहा था।

इसलिए उनको अब यकीन हो गया था कि वो जादुई तलवार का एक हिस्सा इसी दलदल में है।

अब ये तो पता चल गया के उस जादुई तलवार का एक हिस्सा उस दलदल में था लेकिन उस दलदल में जाया कैसे जाए।

तभी वंदना उस जादुई पोटली में हाथ डाला और मन मे सोचा की शायद इस जादुई पोटली से कोई काम की चीज निकल जाए।

जब वंदना ने उस पोटली से हाथ निकाला तो उसमें से एक सूट निकला उस सूट को देखकर एकलव्य ने बताया कि ये तो एक खास किस्म का सूट है।

इसको पहनते ही उस सूट को पहनने वाले को अगर किसी दीवार में भी चुनवा दिया जाए तो वो वहाँ से भी वापिस आ सकता है।

मतलब की वो किसी भी ठोस वस्तु के आर पार जा सकता है इसमें और भी बहुत सी खासियत है जैसे किसी भी जगह पर साफ देखना किसी भी जगह जहां पर हवा न हो तो भी वहां भी इस सूट को पहनने वाले आराम से सांस ले सकते है।

अब ये तय कर लो कि इसको पहन कर इस दलदल के अंदर जाएगा कौन?

अक्षर बोलता है कि मैं इस दलदल में जाऊंगा। उसके बाद वो उस सूट को पहनता है और उस जादुई तलवार के हिस्से को लेने के लिए उस दलदल के अंदर चला जाता है और अक्षर को उस जादुई तलवार का एक हिस्सा मिल जाता है।

वो उसको लेकर बाहर आ जाता है। उस तलवार को छूते ही उसको एक एनर्जी सी अपने अंदर महसूस हुई।जैसे कि उसको बिजली का झटका लगा हो।

इसके बाद वो चारो उस नक्शे को देखते है उसमें अब उस जादुई तलवार के दूसरे हिस्से का रास्ता दिखाई देने लगता है और वो चारो अपने आगे के सफर की और चल पड़ते है।

दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगो कॉमेंट करे अगर अच्छी लगे तो शेयर भी करे।

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