सबसे बड़े जादूगर part 2 top fantasy Short stories in hindi

हेलो दोस्तो आपका स्वागत है dhaliyabhai.com पर और आज मैं आपके लिए अपनी पिछली कहानी सबसे बड़े जादूगर part 1 fantasy Short stories in hindi का आगे का भाग लेकर आया हूँ दोस्तो आपने पिछली कहानी में पढ़ा कि अक्षर और वंदना रघु काका के साथ जंगल की और भाग गए थे रघु काका ने उन दोनों को एक पेड़ के तने के खोखले भाग में छिपा दिया था और जब वो उन लोगो को जो उनका पीछा कर रहे थे चकमा देकर वापिस आये तो अक्षर और वंदना वहां पर नही थे।
अब आगे की कहानी शुरू करते है।

सबसे बड़े जादूगर fantasy Short stories in hindi

अक्षर और वंदना को रघु काका ने पेड़ के खोखले भाग में छिपाया और वहां से चले गए तभी उनको उस पेड़ के खोखल में हरी सी रोशनी दिखाई दी वो रोशनी धीरे धिरे तेज हो रही थी और कुछ देर बाद उनकी आंखों पर अंधेरा छा गया।


फिर जब उनको होश आया तो वो अलग अलग जगह पर थे ।उनके सामने उनके माता पिता थे।
ये देखकर उनको लगा कि वो एक सपना देख रहे थे और जो कुछ भी उनके साथ हुआ वो सब एक सपना है।


बस फिर क्या था उनकी खुशी का ठिकाना ही नही था।
वो दोनो अपने अपने घर मे अपने अपने माता पिता से चिपक गए और रोने लगे और पूछा हम कहाँ पर है।


तब उनके माता पिता ने बताया कि ये हमारा घर है।
फिर दोनों बोले कि ये तो हमारा घर नही।


ये देखकर अक्षर के पिता मेजर राम ने पूछा कि अक्षर क्या हुआ तुम इसे बिहेव क्यो कर रहे हो।
फिर अक्षर ने उनको अपने सपने के बारे में बताया।


वंदना ने भी अपने माता पिता को सब बता दिया।
उनकी कहानी सुनकर वो सभी हंसने लगे और उनको अपने गले से लगा लिया।


उसके बाद वंदना ने कहा कि मुझको अक्षर से मिलना है तो वंदना के पिता ने अपनी जेब से एक छड़ी निकाली और घुमाके एक मंत्र बोला।


उनकी छड़ी में से नीली रोशनी निकली और उस रोशनी से धीरे धीरे किसी चीज के निर्माण होने लगा देखते ही देखते वहां पर एक बहुत सुंदर चटाई का निर्माण हो गया उस चटाई के चारो और नीले रंग के जादुई कण दिखाई दे रहे थे।


अब ये सब कुछ देख कर वंदना के तो होश ही उड़ गए कि मेरे पापा एक मैजिशियन है और मुझको आज पता चला।


वंदना ने अपने पापा की तरफ आश्चर्यजनक तरीके से देखते हुए कहा पिताजी क्या आप एक मैजिशियन हो ?


उसकी बातें सुनकर वंदना के पिता ने कहा बेटे ये तुम क्या बातें कर रही हो इस दुनिया मे हर किसी को जादू आता है और ये बात तो तुमको पता है फिर भी तुम ये क्या बात कर रही हो।


तुमको क्या हो गया है पहले तुम एक अजीब सा सपना सुना रही थी और अब ये बातें कर रही हो।
इस पर वंदना ने कहा कि यहां पर सब जादू जानते है।


वंदना अब तुम ये फजूल की बातें बंद करो और चलो हम अक्षर के घर चलते है।


फिर वंदना के पिता उसको उस चटाई पर बिठाकर उड़ चले और कुछ ही देर में वो अक्षर के घर पहुंच जाते है।


वंदना अक्षर से कहती है कि तुम कैसे हो अक्षर कहता है मैं ठीक हु और तुम वो कहती है मैं भी ठीक हूँ।
फिर दोनों एक दुसरे से पूछते है क्या तुमको याद है कल क्या हुआ था।


तब अक्षर बोला हां लेकिन हमारे माता पिता तो जिंदा है वंदना ने कहा वो जिंदा है इस बात से मैं खुश हूं लेकिन क्या तुमको इस जगह पर कुछ अजीब सा नही लग रहा ।


अक्षर बोला हां लग तो रहा है पहला तो ये की ये हमारा घर नही दूसरा ये की हम दोनों को एक ही सपना कैसे आया और वंदना ने बताया कि एक बात जो मुझे सबसे अजीब लगी कि यहां पर सब जादू जानते है। अक्षर ने कहा कि ये बात तो है ।

पापा ने अपने जेब से छड़ी निकाली और एक मंत्र बोला जिससे एक गिलास का निर्माण हुआ और उसमें दूध आ गया।


ये सब देख कर मैं भी हैरान हो गया अब समझ मे नही आ रहा कि क्या सच है और क्या झूठ।
वंदना ने कहा मैं भी बहुत कन्फ्यूज थी इसलिए मैं तुम्हारे पास आ गयी।


आखिर इस दुनिया का क्या राज है जानने के लिए इंतजार करें इस कहानी के अगले पार्ट का और आपको ये कहानी सबसे बड़ा जादूगर short stories in hindi कैसी लग रही है कॉमेंट करे ।

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